उदयपुर। वागड क्षेत्र के कांग्रेस क दिग्गज नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने पिछले कुछ दिनों से भाजपा को ज्वाइन करने की अटकलों को थामते हुए आखिरकार सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए।
सोमवार को मालवीय ने जयपुर के भाजपा पार्टी कार्यालय में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह की मौजूदगी में भाजपा का दामन थामा।
जोशी और सिंह ने मालवीय को भाजपा का दुपट्टा पहनाकर पार्टी में शामिल किया।
इस मौके पर महेन्द्रजीत सिंह मालवीय की पत्नी रेशम मालवीय भी भाजपा कार्यालय पहुंची। इस दौरान पूर्व नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ ने मालवीय को गुलदस्ता देकर स्वागत किया।
मालवीय के भाजपा ज्वाइन करने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा हैं।
बता दे कि मालवीय के अब तक कांग्रेस में होने से बांसवाडा में भाजपा पूरी तरह से अपनी झड़े मजबूत नहीं कर पाई थी लेकिन अब भाजपा को यहां पर भरपूर फायदा होने वाला हैं।
वहीं कई दिग्गज नेताओं के बीजेपी में शामिल होने की चर्चाएं चल रही हैं।
डबल इंजन की सरकार का काम पूरी दुनिया देख रही : मालवीय
बीजेपी की सदस्यता लेने से पहले जब महेंद्रजीत सिंह मालवीय भाजपा मुख्यालय पहुंचे तब मीडिया ने उन्हें घेर लिया था।
मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए मालवीय ने कहा कि देश में विकास का मुद्दा सबसे बड़ा मुद्दा है।
डबल इंजन की सरकार से देश और प्रदेश विकास की राह पर दौड़ रहे हैं। जो कार्य हो रहा है, उसे पूरी दुनिया देख रही हैं।
मालवीय के भाजपा मुख्यालय पहुंचने के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया और उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया।
पार्टी ज्वाइन करने के दौरान उन्होंने पार्टी कार्यालय में मानगढ़ धाम पर लिखे गीत को भी गुनगुनाया।
मालवीय दो बार सांसद, चार बार विधायक और दो बार रह चुके है कैबीनेट मंत्री
महेन्द्रजीत सिंह मालवीय बांसवाडा में कांग्रेस के बैनर तले लम्बे समय से चुनाव लड़ते आए हैं। अब मालवीय दो बार सांसद रहने के साथ—साथ लगातार चार बार विधायक भी रहे।
इस दौरान अशोक गहलोत सरकार में कैबीनेट मंत्री भी रहे लेकिन इस बार नेता प्रतिपक्ष के पद पर मालवीय का नाम होने के बावजूद उन्हें दरकिनार कर दिया।
इसके चलते मालवीय ने भाजपा का दामन थाम लिया।
अयोध्या जाने से रोका था कांग्रेस ने, इससे बहुत बड़ी ठेस लगी
महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने कहा कि 22 जनवरी को जब अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी।
तब मेरा भी वहां जाने का मन था लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने कांग्रेसी नेताओं को अयोध्या जाने से रोक दिया था। इससे मुझे बड़ी ठेस लगी क्योंकि मैं सनातन को मानने वाला व्यक्ति हूं।
देवी देवताओं की पूजा करने वाला व्यक्ति हूं।