उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय का 31वां दीक्षांत समारोह गुरुवार को विवेकानंद ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और राज्यपाल कलराज मिश्र ने 115 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और 186 रिसर्च स्कॉलर्स को पीएचडी की डिग्रियां प्रदान की।
दीक्षांत उद्बोधन गुजरात केन्द्रीय विश्वविद्यालय गांधीनगर के कुलपति प्रो. रमाशंकर दूबे ने दिया। दीक्षांत समारोह में विभिन्न संकायों में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त करने पर कुल 115 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। इसमें 82 छात्राएं और 33 छात्र शामिल थे। इन गोल्ड मेडल में 7 चांसलर्स गोल्ड मेडल प्रदान किए गए जबकि पीसी रांका की स्मृति में 2, डॉ सीबी मेमोरिया की स्मृति में 7, प्रो विजय श्रीमाली की स्मृति में दो, विजय सिंह देवपुरा की स्मृति में एक और प्रो ललित शंकर- पुष्पा देवी शर्मा की स्मृति में एक गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। इस अवसर पर कुल 186 पीएचडी की डिग्रियां प्रदान की गई, इसमें 100 छात्राएं और 86 छात्र शामिल थी।
पीएचडी डिग्री प्राप्त करने वालों में वाणिज्य संकाय में 21, पृथ्वी विज्ञान में 12, शिक्षा संकाय में 20, मानविकी संकाय में 41, विधि संकाय में 3, प्रबंध अध्ययन में 6, विज्ञान संकाय में 37 और समाज विज्ञान संकाय में 46 विद्यार्थियों की पीएचडी डिग्रियां प्रदान की गई। इस मौके पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि नई शिक्षा निति लागू हो गई हैं लेकिन पाठ्यक्रम पर सभी को ध्यान देने की जरूरत हैं। पाठ्यक्रम ऐसा हो जिसे पढ़ने के बाद युवा पीढ़ी यह कह सके कि हम यह कार्य करने को तैयार हैं। व्यवसायिकता के आधार पर पाठ्यक्रम का निर्धारण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय का गौरवमय इतिहास हैं। विश्वविद्यालय के नेक परीक्षण को पूरा करने पर राज्यपाल ने बधाई देते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय के हर छात्र के लिए महत्वपूर्ण हैं।