शारदीय नवरात्रा के लिए शहर में माताजी की प्रतिमाए बनकर तैयार हैं। मूर्ति बनाने वाले कलाकारों ने 1 फीट से लेकर 6 फीट उंची मूर्तिया तैयार की हैं। प्लास्टर और पेरिस से तैयार की गई मूर्तियों के साथ कुछ जगहो पर मिट्टी की मूर्तिया भी तैयार की गई हैं।
हांलाकि प्लास्टर पेरिस के बजाय मिट्टी से तैयार की गई मूर्तिया महंगी है लेकिन ईको फ्रेंडली होने से मिट्टी से बनने वाली मूर्तियों की मांग धीरे—धीरे बढ़ रही हैं। बाजार में एक हजार से लगाकर 11 हजार तक की मूर्तिया उपलब्ध हैं। रविवार को नवरात्रि शुरू होने के साथ ही मूर्ति स्थापना हो जाएगा और नौ दिनों तक पांडालों सहित गरबा स्थलों पर माताजी की विशेष पूजा अर्चना होगी। शहर में सभी जगहों पर पांडाल बनाकर मूर्तियो की स्थापना की जाती हैं।